यशपाल आर्य ने धन सिंह रावत की इंटरनेट मीडिया पोस्ट पर दागे सवाल, कहा - खुलेआम संविधान की धज्जियां नहीं उड़ा सकते
यशपाल आर्य ने धन सिंह रावत की इंटरनेट मीडिया पोस्ट पर दागे सवाल, कहा - खुलेआम संविधान की धज्जियां नह
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में काबीना मंत्रियों और संगठन पदाधिकारियों की बैठक को मंत्रिपरिषद बैठक कहे जाने पर कांग्रेस ने शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को घेरा है। डॉ. रावत ने अपने फेसबुक पर बैठक का फोटो के साथ बैठक का उल्लेख किया है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने डॉ. रावत से पूछा है कि क्या भाजपा में संविधान का सम्मान भी है या जो भाजपा कहे वही संविधान है, वाली स्थिति आ गई है?
आर्य ने कहा कि डॉ. रावत ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है की भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और अन्य पदाधिकारीगण, जिनमें भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी, सह प्रभारी आदि महानुभाव भी हैं, ने मुख्यमंत्री सहित उत्तराखंड के मंत्री परिषद के साथ भाजपा कार्यालय में मंत्री परिषद की बैठक में भाग लिया।
आर्य ने सवाल उठाया कि मंत्रियों से इतर बैठक में मौजूद बाकी सभी लोगों ने मंत्री के रूप में शपथ नही ली है। इसलिये मंत्रिपरिषद का हिस्सा नही हैं फिर भाजपा के प्रदेश कार्यालय में मंत्री परिषद की बैठक कैसे हो सकती है? भारत के संविधान के आर्टिकल 163 और 164 में राज्य सरकारों के मंत्रिपरिषद को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया है।
आर्य ने डॉ. रावत पर तंज कसते हुए कहा कि, मंत्री जी क्या आजकल "जो भाजपा करे वही संबिधान है " वाला समय आ गया है? आप सभी ने भारत के संबिधान में वर्णित पद और गोपनीयता की शपथ ली है, उसका मान रख लीजिए। बकौल आर्य, मुख्यमंत्री सभी मंत्रीगण सामुदायिक उत्तरदायित्व के सिद्धांत से बंधे हैं।
सभी के लिए व्यक्तिगत रूप से कोई भी आदरणीय या पूज्यनीय हो सकता है परंतु आप खुले आम घोषणा के साथ आप लोग संबिधान की धज्जियां नहीं उडाई जा सकती। मेरा मानना है कि शिक्षा मंत्री के मंत्रिपरिषद बैठक को लेकर रहस्योदघाटन की वजह से संबैधानिक संकट वाली स्थिति आ गयी है। इसलिए मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद के संबंध में स्थिति स्पष्ट करें।